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#नारी शक्ति अनंत अथाह ।
मन के अंदर कितने हो घाव, फिर भी रखे कोमल स्वभाव, मुश्किल में हो कितनी जीवन नाव, फिर भी डिगे न इन के पांव । #ममता के #आंचल की छांव , सुरक्षा...
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#उलझा उलझा सा हर आदमी है यहां , कभी जीता है जंग, तो खेल है बिगड़ा । गर कमजोर पड़े थोड़ा सा भी जरा , पल में बदल जाता है खेल का कायदा । कब क...
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इमेज गूगल साभार # मासूम # अदाओं से , यूं ही दिल चुराने वाले , कभी करते बैचेन हो , तो कभी बनते # उम्मीदों के उजाले । चाहत किसे...
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रोज सुबह आते दैनिक या साप्ताहिक अखबार हो , टीवी मैं चलने वाले नियमित कार्यक्रम हो या फिर रेडियो मैं चलने वाले प्रोग्राम हो या मोबाइल मैं आ...