tag:blogger.com,1999:blog-8652498069556477570.post5669320693253416173..comments2024-03-26T19:58:35.684+05:30Comments on #Abhivyakti Deep - #अभिव्यक्ति दीप: विनम्र अपील धार्मिक उत्सव आयोजन कर्ताओं के नाम !दीपक कुमार भानरेhttp://www.blogger.com/profile/14512403306123301731noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-8652498069556477570.post-56312103350772817092009-09-26T15:14:03.163+05:302009-09-26T15:14:03.163+05:30भाई आप की राय बहुत सुंदर, लेकिन होता इस से बिलकुल ...भाई आप की राय बहुत सुंदर, लेकिन होता इस से बिलकुल विपरीत है, क्योकि अब आस्था सिर्फ़ दिखाने की रह गई है, कोई भी पुजा मन से नही करता बल्कि ढकोसला ही करता है, जो पुजा मन से करते है उन्हे यह ढकोसलो से कोई मतलब नही.<br />धन्यवाद इस अति सुंदर लेख के लियेराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8652498069556477570.post-76550254343633480082009-09-26T13:38:22.862+05:302009-09-26T13:38:22.862+05:30आपने बातें तो बिल्कुल उचित उठाई हैं..मगर अफ़सोस है...आपने बातें तो बिल्कुल उचित उठाई हैं..मगर अफ़सोस है कि अपने यहां विनम्रता से इन बातों को सुना समझा नहीं जाता..मैं भी मह्सूस कर रहा हूं कि इन दिनों ये ढकोसले बढते ही जा रहे हैं...अजय कुमार झाhttps://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.com