बुधवार, 21 अगस्त 2019

भारत# ने ऐसा मारा हथौड़ा# !

आज देख लो भारत# ने ऐसा मारा हथौड़ा# ।
तोड़ दिया एक झटके में धारा 370# का घेरा ।

लोगों को बरगलाकर , जो सेक रहे थे अपनी रोटी ।
भोग रहे थे सत्तासुख , जो समझकर अपनी बपौती ।
कुटिल इरादे हुए असफल , हाथ में पकड़ा दिया कटोरा । ।

इतरा रहे थे नापाक पड़ोसी , दे रहे थे गीदड़ भभकी ।
ध्वस्त हुये किले मुगालते के , हवा हो गई सारी हेकड़ी ।
सबके सामने मुंह की खाई , यू एन ने भी खूब खदेड़ा । ।

देश के कुछ नापाक दुश्मन , चला रहे थे दुकान आतंकी ।
फिजा बिगाड़ने की कोशिश में , हो रही थी घटना घुसपैठी ।
जवानों के बंधे हाथ हुए आज़ाद ,लगा आतंकी लाशों का ढेरा।।

मुक्त होगी धरती आतंक से, होगी अमन और शांति ।
सबको अब अधिकार मिलेंगे , सबकी होगी तरक्की ।
सब देशवासी भागीदार बनेंगे ,अब अलग न किसी का डेरा ।।

आज देख लो भारत ने ऐसा मारा हथौड़ा ।
तोड़ दिया एक झटके में धारा 370 का घेरा ।

शुक्रवार, 2 अगस्त 2019

बूंदे# बारिश# की !

                                                            चित्र गूगल साभार 
                                                                  
अंजली में भर लिया बूंदे बारिश की ,
भोली भाली सीधी सादी सरल व निर्मल।
ठहर न सकी अंजली में बूंदे बारिश की , 
गिरने लगी एक एक कर हथेली से मचल मचल।
लगता था बैचेन थी बूंदे बारिश की ,
खुद मिट कर बुझाने को धरा की अगन।
प्रकृति को नव जीवन दे बूंदे बारिश की,
कुछ समाई धरा में तो कुछ धारा गई बन।
चल पड़ी अनंत यात्रा में बूंदे बारिश की ,
कल कल बहती नदियों में होकर शामिल।
प्यास बुझाती फसल उगाती बूंदे बारिश की ,
हर मुश्किल से पार करती पर्वत पहाड़ जंगल।
जिद जोश में बहती जाती बूंदे बारिश की ,
एक दिन सब छू ही लेंगी सागर के साहिल।
हो गयी समाहित सागर में बूंदे बारिश की ,
अनंत विस्तार पा गहराइयाँ भी की हासिल।
रवि रश्मि संग आँख लड़ाई बुँदे बारिश की ,
आसमा में उड़ चली छोड़ समंदर का दामन।
मेघ बन तैयार है बरसने को बुँदे बारिश की ,
भोली भाली सीधी सादी सरल और निर्मल।