गुरुवार, 22 जुलाई 2021

#सेल्फी जरा लेना !


मौसम हो रहा है #कातिल ,

और दिल है उफान पर,
सेल्फी जरा लेना ,
होश अपने संभाल कर ।
फिसलन भरी है राहें ,
अरमां भी है आसमान पर ,
उतरना जरा कहीं भी ,
कदम अपने #संभाल कर ।
लगने लगे जब आलम ,
सुहाना दिलों जान पर,
#तस्वीरों की जगे तमन्ना ,
हंसी यादों के नाम पर ।
हो जाये कैद यादें ,
तस्वीरों के सामान पर ,
#परवाह बचे बिकने से ,
खुराफातों की दुकान पर ।
#खैरियत का हो ख्याल ,
चंद खुशियों के दाम पर ,
बन जाये कहीं न दुश्मन ,
खुद अपने ही जान पर ।
मौसम बन रहा है कातिल ,
अरमां भी है आसमान पर,
सेल्फी जरा लेना ,
होश अपने संभाल कर ।

बुधवार, 14 जुलाई 2021

यदि हो जाये ऐसी #बगावत !

 


सुबह का पता न शाम का ,

खाने की सुध न आराम का ,

लगातार सर झुकाये बैठे हो ,

#स्क्रीन पर नजर गड़ाये बैठे हो ।


कभी दर्द की शिकायत ,

तो उससे निजात की कवायद ।


एक अलग ही दुनिया बनाये बैठे हो ,

साथ अपनों का गवाये बैठे हो ।


ध्यान जरा अपना हटाकर ,

सर को अपने  ऊपर उठाकर ,

उंगलियों को अपनी विराम दो ,

आंखों को अपनी आराम दो ।


यदि हो जाये ऐसी बगावत ,

तो मिल जाये कुछ राहत ।


अस्तित्व को अपने एक जुबान दो ,

अपने होने का जरा प्रमाण दो ,

बड़ों की बातों को मान दो ,

दीवानगी #मोबाइल को जरा लगाम दो ।

Please visit also

https://www.facebook.com/1524713766/posts/10226150933029531/?app=fbl