#सेल्फी जरा लेना !
मौसम हो रहा है #कातिल ,
और दिल है उफान पर,
सेल्फी जरा लेना ,
होश अपने संभाल कर ।
फिसलन भरी है राहें ,
अरमां भी है आसमान पर ,
उतरना जरा कहीं भी ,
लगने लगे जब आलम ,
सुहाना दिलों जान पर,
हंसी यादों के नाम पर ।
हो जाये कैद यादें ,
तस्वीरों के सामान पर ,
खुराफातों की दुकान पर ।
चंद खुशियों के दाम पर ,
बन जाये कहीं न दुश्मन ,
खुद अपने ही जान पर ।
मौसम बन रहा है कातिल ,
अरमां भी है आसमान पर,
सेल्फी जरा लेना ,
होश अपने संभाल कर ।
बहुत बढ़िया सर जी :-)
जवाब देंहटाएं