बुधवार, 24 जनवरी 2024

वो है मेरा #वतन ।


धरती और गगन ,

नदी , पर्वत और वन,

सब खेले एक आंगन ,

वो है मेरा #वतन ।


लहरें ,  पवन ,

पंछी , चमन ,

जहां झूलों का #सावन,

वो है मेरा वतन ।


धीरज,  #धरम,

पूजा और तपोवन,

सब दिन उत्सव सा #पावन ,

वो है मेरा वतन ।


#चांद पर  कदम ,

मिले आदित्य से नयन ,

हर होड़ में है नंबर वन,

वो है मेरा वतन ।


सब शुभ #मंगलम ,

है #वसुधैव #कुटुंबकम्,

जहां #अतिथि देवो भवम,

वो है मेरा वतन ।

🌷गणतंत्र दिवस की अनेकों अनेक शुभकामनायें ।🌷

🙏जय हिंद , जय भारत ।🙏

सोमवार, 22 जनवरी 2024

जय हो जय हो #श्रीराम ।

जय हो जय #श्रीराम ,

पलकें तकती अविराम ,

विराजे है #रघुवर मेरे, 

#अयोध्या धाम ,

जय जय श्री राम ।


वर्षों बाद मिला है अवसर,

फिर से भाग्य जगाने को ,

कितनों ने बलिदान दिया है ,

#रामलला को लाने में ,

है तमन्ना तमाम ,

विराजे है रघुवर मेरे ,

अयोध्या धाम ,

जय जय श्री राम ।


#रामनाम से गूंजा कण कण,

#रामभक्त हो जाने को ,

सब कुछ अपना बार दिया है,

#रामकृपा को पाने में ,

धन्य जीवन तमाम ,

विराजे है रघुवर मेरे ,

अयोध्या धाम ,

जय जय श्रीराम ।

जय हो जय हो श्रीराम ।

बुधवार, 10 जनवरी 2024

विराजेंगे #रघुवर मेरे !

इमेज गूगल साभार 

जय हो जय हो #श्रीराम ,

पलकें तकती अविराम ,

विराजेंगे #रघुवर मेरे ,

अयोध्या धाम ,

जय जय श्रीराम ।


वर्षों बाद मिला है अवसर,

फिर से भाग्य जगाने को ,

कितनों ने बलिदान दिया है,

#रामलला को लाने में ,

है तमन्ना तमाम ,

दर्शन देने श्रीराम ,

विराजेंगे रघुवर मेरे ,

#अयोध्या धाम ,

जय जय श्रीराम ।


राम नाम से गूंजा कण कण,

रामभक्त बन जाने को ,

सबकुछ अपना वार दिया है,

राम कृपा को पाने में ।

सफल जन्म तमाम,

दर्शन देंगे श्रीराम ,

विराजेंगे रघुवर मेरे ,

अयोध्या धाम ,

जय जय श्रीराम । 

हिंदी दिवस की बहुत शुभकामनायें , जय श्रीराम ।

मंगलवार, 2 जनवरी 2024

दो हजार #चौबीस के भाग्य में ......

इमेज गूगल साभार

दो हजार #चौबीस के भाग्य में,

था यह मंगल काम ,

कि #अयोध्या के भव्य धाम में,

विराजेंगे प्रभु #श्रीराम ।


कितने वर्षों ने राह तके,

पर यह सौभाग्य पा न सके ,

यह कई जन्मों का पुण्य था,

जो पायेंगे #रघुवर हाथों उत्थान।


जन जन भी धन्य हुआ ,

और कण कण सारा ब्रह्माण्ड ,

#रामलला के आगमन पर ,

जो करेंगे मंगल गान । 


दुष्ट और दानव परेशान है ,

और दुर्भाग्य से है अज्ञान ,

सद बुद्धि देकर कल्याण करेंगे,

मेरे जय जय श्री राम ।


सकल ब्रम्हांड के स्वामी है ,

हर हृदय के सुखद परिणाम ,

सब प्रभु श्रीराम की शरण में है ,

और हर हृदय उनका पावन धाम ।


दो हजार चौबीस के भाग्य में,

था यह मंगल काम ,

कि अयोध्या के भव्य धाम में,

विराजेंगे प्रभु श्रीराम ।