बुधवार, 18 जनवरी 2023

जिससे हो जाये दिल को राहत !

 


ऐसा क्या कर जाऊं मैं ,

जो तेरी नजर को भाऊं मैं,

तू ही बता तेरी क्या #चाहत ,

जिससे हो जाये दिल को #राहत ।


जब से दी है तूने दस्तक ,

सोचता हूं तुझे ही जब तक ,

कब मिल जाये तेरी एक झलक ,

जिससे मिल जाये दिल को राहत । 


जब तुमने मुझसे नजर मिलाया ,

मुझको यह #अहसास दिलाया ,

मेरी भी है एक #अहमियत ,

जिससे मिली है दिल को राहत ।


खुद से खुद ने कर ली #बगाबत ,

मैं जो था वह रहा न मैं अब ,

बदल गई अब मेरी #शख्सियत ,

इससे मिली क्या दिल को राहत ।


जो तुम्हे पसंद वो दुनिया रची ,

अब न और कोई  कसर बची ,

और भला क्या बदलूं आदत ,

जिससे हो जाये दिल को राहत।

                  *** "दीप"क कुमार भानरे***


8 टिप्‍पणियां:

  1. आपकी प्रतिक्रिया हेतु बहुत धन्यवाद आदरणीय ।

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  2. आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" बुधवार 25 जनवरी 2023 को साझा की गयी है......... पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
    अथ स्वागतम शुभ स्वागतम।

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  3. आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" बुधवार 25 जनवरी 2023 को साझा की गयी है......... पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
    अथ स्वागतम शुभ स्वागतम।

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  4. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

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  5. आदरणीय पम्मी मेम,
    इस रचना ब्लॉग को "पांच लिंकों का आनन्द" बुधवार 25 जनवरी 2023 में साझा करने के लिए बहुत ....धन्यवाद और आभार ।
    सादर।

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  6. आदरणीय संगीता मेम ,
    आपकी बहुमूल्य प्रतिक्रिया हेतु बहुत धन्यवाद । सादर ।

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