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शुक्रवार, 8 मार्च 2024

#नारी शक्ति अनंत अथाह ।


मन के अंदर कितने हो घाव,

फिर भी रखे कोमल स्वभाव,

मुश्किल में हो कितनी जीवन नाव,

फिर भी डिगे न इन के  पांव ।


#ममता के #आंचल की छांव ,

सुरक्षा और #आश्रय का भाव ,

चाहे कितना हो आभाव ,

#अन्नपूर्णा बन करती पुराव ।


चलाती उंगली पकड़ पांव पांव,

जुबां को देती शब्द और सुझाव,

शिशु को देती रुचि और चाव,

ताकि उचित हो पोषण और बढ़ाव।


बल व शक्ति रूपेण #दुर्गा ,

समझ व ज्ञान रूपी #शारदा ,

स्नेह का अविरल निश्चल प्रवाह ,

प्रज्ञा, प्रीति , प्रथा, प्रतिभा ,

#नारी शक्ति अनंत अथाह ।


#महिला दिवस की बहुत बहुत शुभकामनाएं । 

#नारी शक्ति अनंत अथाह ।

मन के अंदर कितने हो घाव, फिर भी रखे कोमल स्वभाव, मुश्किल में हो कितनी जीवन नाव, फिर भी डिगे न इन के  पांव । #ममता के #आंचल की छांव , सुरक्षा...