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शनिवार, 25 फ़रवरी 2023

मुझे तुम #अच्छे नहीं लगते !


मुझे तुम #अच्छे नहीं लगते ,

जब हो जाते तुम #नाराज,

और उठा लेते सर पर आकाश ,

फिर सुनते नहीं कोई बात ।


मुझे तुम अच्छे नहीं लगते ,

जब लेकर हाथों में हाथ ,

तुम चलते नहीं मेरे साथ ,

कदमों को मेरे कर देते अनाथ ।


मुझे तुम अच्छे नहीं लगते ,

जब भीगते नहीं भरी #बरसात ,

जब कूदते नहीं पानी में छपाक,

बस कहते #तबियत हो जायेगी नासाज ।


मुझे तुम अच्छे नहीं लगते ,

जब  करते अच्छे काज ,

मिलते नहीं #तारीफों के अल्फाज,

पर कमियों पर मिलती झट #डांट।


मुझे तुम अच्छे नहीं लगते ,

जब होता चिंता भरा #ललाट,

रहते गुमसुम और #उदास ,

होठों पर लेते चुप्पी साध ।


मुझे तुम अच्छे नहीं लगते ,

जब डालते नहीं मुझे कोई #घास,

देखकर भी कर देते नजरअंदाज,

और समझते खुद को #लाट साब।

                          ****दीप"क कुमार भानरे****

रविवार, 19 फ़रवरी 2023

वो होगा विश्वसनीय ?


काम बनाने की लोग 

कोशिश में अपनी ,

चलाते है जब तब

#झूठ की #मथनी ।


#हांडी #काठ की तो

एक बार ही पकनी ,

#कलई झूठ की तो

है  कभी तो उतरनी ।


#दाढ़ी #चोर की जिस दिन 

है तिनके संग मिलनी ,

गड़े #मुर्दे की तब 

है #मिट्टी निकलनी ।


सच से झूठ को 

फिर मिलेगी पटकनी ,

छुपाने को मुंह फिर

कहां जगह है बचनी ।


अंतर में  मिलेगी जिसके

करनी और कथनी ,

जमाने में कैसे फिर 

वो होगा विश्वसनीय ।

                ****"दीप"क कुमार भानरे****

रविवार, 12 फ़रवरी 2023

मिलने की #आरजू की है किल।



घाव दे जाते हो कितने ऐ कातिल ,

कि गुजरते है लम्हे कई होने में फिल,

मिलकर बिछड़ने से डरता है ये #दिल ,

इसलिए तो मिलने की #आरजू की है किल।


तूफान सा उठता है टूटते है #साहिल ,

अहसासों की आग होती नहीं चिल,

#दीदार की #खुशी में होंठ जाते है सिल,

सोचे  ख्याल सारे हो जाते है निल।


मिलकर जो तुमसे हुआ था #हासिल ,

बिछड़कर तुमसे लगता है सब निल,

बढ़ जाता है कुछ और ही दर्दे दिल ,

इसलिए तो मिलने की आरजू की है किल।

                  ****"दीप"क कुमार भानरे****

#आंगन की छत है !

  #आंगन की छत है , #रस्सी की एक डोर, बांध रखी है उसे , किसी कौने की ओर। #नारियल की #नट्टी बंधी और एक पात्र #चौकोर , एक में भरा पानी , एक में...