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शुक्रवार, 26 फ़रवरी 2021

हर वक्त जब यूं #मुस्कुराकर चले जाते हो !

हर वक्त जब यूं #मुस्कुराकर चले जाते हो , 

न जाने कितने दिलों की #उलझने बढ़ाते हो । 


ठहरा भी करो कभी पल दो पल,

गुफ्तगू हो जाये कुछ तो अगर , 

मिल जाये दिल को कोई डगर ,

पता नहीं  दिलों  की सदा को कब समझ पाते हो ।


आवो हवा जमाने कि जो रही है मिल , 

कुछ इस तरह से हो गई है कातिल , 

कि घायल हो रहे है अब तो कई दिल , 

पता नहीं दिलों पर और कितना सितम ढाते हो  ।


माना कि मुस्कुराकर मिलना आदत है ,

गम की दुनिया से छेड़ी इक बगावत है , 

पर ये मुस्कुराहट कितनों की बनी चाहत है , 

पता नहीं ऐसी  दीवानगी को कितनी और बढ़ाते हो । 


हर वक्त जब यूं मुस्कुराकर चले जाते हो , 

न जाने कितने दिलों की उलझने बढ़ाते हो । 

गुरुवार, 18 फ़रवरी 2021

कर जाते #असर #दिल पर !


 साथ चलते चलते उनके ,

आ गया इतना तो हुनर ,

साथ चलते चलते कैसे ,

कर जाते असर दिल पर ।


मुस्कुराकर हर बार मिले ,

सुकून चेहरे पर झलके ,

 यूं ही हो जाते दिल के मेहमा , 

अपनेपन का अहसास जताकर । 


धूप हो या  छांव पड़े , 

रहते है वो साथ खड़े , 

लगते है वो तो रहनुमा ,

जब थाम लेते हैं हाथ बढ़ाकर । 


साथ चलते चलते उनके ,

आ गया इतना तो हुनर ,

साथ चलते चलते कैसे ,

कर जाते असर दिल पर ।

#आंगन की छत है !

  #आंगन की छत है , #रस्सी की एक डोर, बांध रखी है उसे , किसी कौने की ओर। #नारियल की #नट्टी बंधी और एक पात्र #चौकोर , एक में भरा पानी , एक में...