कुछ
उससे ज्यादा ही पाने की जुगत लगाओ
गर
आया पसंद आसमां में कोई सितारा
तो टूटकर
झोली में गिरने तक नजर न हटाओं .
सुलझी
नहीं है गुत्थियाँ जो अब तक
सुलझाने
को उनको अपना मन बनाओं
जबाब
जिसका किसी के पास न हो
ऐसे
प्रश्न के उत्तर पर अपन दिमाग खपाओ .
न
होने दो रात को इतनी ज्यादा लम्बी
की
आगोश में उसके नींद सुकून पा पाये
झपके
कुछ इस तरह से अपनी पलकें
की
आँखें बस कुछ पल ही सुकून पाये .
सीने
में रात के चिंगारी का ऐसा खंजर चुभाओ
की
बस्तियां अँधेरे की जलकर खाक हो जाये
फिर
उम्मीद के उजाले का एक नया सूरज उगाओं
जहाँ मुसाफिर मंजिलों के ठहर विश्राम पाये .