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बुधवार, 22 अप्रैल 2020

नजाने किसके #आस्तीन में #कोरोना छुपा पाओगे !


अगर करते हो अपनों से प्यार ,
तो मत घर से बाहर निकलो यार  .
.
गर तुम घर से बाहर जाओगे ,
कितनों के सम्पर्क में आओगे .
न जाने किस के आस्तीन में ,
यह दरिंदा कोरोना छुपा पाओगे .
लिपट जायेगा मौका मिलते ही तुमसे ,
अनजाने ही साथ घर तक ले आओगे .
जब शुरु होगा संक्रमण का सिलसिला
तो खुद को इसकी उलझन में पाओगे .  
फिर होंगे अपने इसकी गिरफ्त में ,
फिर गली, मोहल्ला,शहर को शिकार बनवाओगे.
पहले झेलेगा परिवार गलती की सजा,
धीरे धीर सारे शहर की लुटिया डुबाओगे .
कितना भयानक है यह सपना ,
इस सपने को सच तो नहीं करवाओगे .
.
अगर करते हो अपनों से प्यार ,
तो मत घर से बाहर निकलो यार  . 

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