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शनिवार, 28 अगस्त 2021

यूँ देखकर हमको क्यूँ #किनारा कर लिया !


यूँ   देखकर हमको क्यूँ किनारा कर लिया ,

मन को बेघर कर क्यूँ बंजारा कर दिया ,

पलकों से नींदों को नौ दो ग्यारह कर दिया ,

होठों की हंसी पर भी एक ताला जड़ दिया ।

 

सुबह सबेरे  मॉर्निंग वॉक में वो आपकी एक झलक ,

ठंडी हवायें और उस पर आपकी साँसों की महक ,

हमारे तुम्हारे कदमों के साथ चलती थी एक सड़क ,

राहों को  बदलकर शुभ प्रभातों से बेसहारा कर दिया ।

 

फेसबुक की हर पोस्ट पर करते थे लाइक ,

सेल्फी भी  खींचकर करते  थे शेयर डे-नाइट ,

मोबाइल पर चैट की कुछ कम न  थी  डाइट ,

यूँ  वर्चुअल सौगातों का क्यूँ बंद खजाना कर दिया ।

 

जब छत पर सूखे कपड़े उठाने की होती थी भनक ,

तब पतंगों के साथ हमारी भी हो जाती थी धमक ,

फिर नभ के उड़ते पंछियों को निहारती थी चारों पलक ,

पर अचानक डूबते सूरज सा क्यूँ नजारा कर दिया ।

 

यूँ   देखकर हमको क्यूँ किनारा कर लिया ,

मन को बेघर कर आवारा कर दिया ,

पलकों से नींदों को नौ दो ग्यारह कर दिया ,

होठों की हंसी पर भी एक ताला जड़ दिया ।

                                         ***दीप***


15 टिप्‍पणियां:

  1. आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल रविवार (29-8-21) को "बाँसुरी कान्हां की"(चर्चा अंक- 4171) पर भी होगी।
    आप भी सादर आमंत्रित है,आपकी उपस्थिति मंच की शोभा बढ़ायेगी।
    ------------
    कामिनी सिन्हा


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  2. आदरणीय कामिनी मेम मेरी प्रविष्टि् को "बाँसुरी कान्हां की"(चर्चा अंक- 4171) पर स्थान देने के लिये सादर धन्यवाद ।

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  3. आदरणीय रवि सर आपकी सकारात्मक और उत्साह वर्धक प्रतिक्रिया के लिये सादर धन्यवाद ।

    जवाब देंहटाएं
  4. वाह! बहुत सुंदर से एहसासों को सहेजती सुंदर परिपूर्ण रचना ।

    जवाब देंहटाएं
  5. आदरणीय जिज्ञासा मेम आपकी सकारात्मक और उत्साह वर्धक प्रतिक्रिया के लिये सादर धन्यवाद ।

    जवाब देंहटाएं
  6. एहसासों की गुदगुदी करती रचना

    जवाब देंहटाएं
  7. आदरणीय स्वेता मेम एवं प्रीति मेम आपकी सकारात्मक और उत्साह वर्धक प्रतिक्रिया के लिये सादर धन्यवाद ।

    जवाब देंहटाएं
  8. वाह ! बहुत मजेदार गिले शिकवे।

    जवाब देंहटाएं
  9. आदरणीय संदीप सर एवं मीणा मेम आपकी सकारात्मक और उत्साह वर्धक प्रतिक्रिया के लिये सादर धन्यवाद ।

    जवाब देंहटाएं
  10. आदरणीय संदीप सर एवं मीणा मेम आपकी सकारात्मक और उत्साह वर्धक प्रतिक्रिया के लिये सादर धन्यवाद ।

    जवाब देंहटाएं
  11. अनुराग भरे हृदय स्पर्शी भाव।
    कोमल एहसास समेटे सुंदर रचना।

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  12. आदरणीय कोठारी मेम आपकी सकारात्मक और उत्साह वर्धक प्रतिक्रिया के लिये सादर धन्यवाद ।

    जवाब देंहटाएं

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