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रविवार, 25 सितंबर 2022

#पल पल की यह खूबी है ।

 इमेज गूगल साभार


पल पल की यह खूबी है ,

जिसमें चल रही सांसे बखूबी है ,

मिल रही जीवन को गति भी है ,

और साथ हर पल #प्रभुजी भी है ।


पल पल की यह खूबी है ,

आंखें बंद और खुली भी है ,

जिससे सृष्टि देख खुशी भी है ,

जो प्रभु जी ने रची भी है ।


हर पल की यह खूबी है ,

वर्तमान भविष्य की पूंजी है ,

गर बूंद बूंद उपयोग की भीi  है ,

तो प्रभु भी हर पल सहयोगी है ।


पल पल की यह खूबी है ,

गर संयम और समझ की सूझी है ,

तो मुश्किलों की हर नैया डूबी है ,

और प्रभु का  साथ बखूबी है ।


पल पल की यह खूबी है ,

जीने की मिली खुश नसीबी है ,

बीते पल पल हंसी खुशी भी है ,

जो प्रभु कृपा बारिश से भीगी है ।

7 टिप्‍पणियां:

  1. जी नमस्ते ,
    आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल सोमवार(२६-०९ -२०२२ ) को 'तू हमेशा दिल में रहती है'(चर्चा-अंक -४५६३) पर भी होगी।
    आप भी सादर आमंत्रित है।
    सादर

    जवाब देंहटाएं
  2. कर्मशीलता तो जरूरी है, प्रभुजी भी कर्मवीरों के साथ होते हैं ।
    सुंदर सृजन।

    जवाब देंहटाएं
  3. आदरणीय अनीता मेम ,
    मेरी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा सोमवार(२६-०९ -२०२२ ) को 'तू हमेशा दिल में रहती है'(चर्चा-अंक -४५६३) पर शामिल करने के लिए बहुत धन्यवाद एवं आभार ।
    सादर

    जवाब देंहटाएं
  4. आदरणीय ओंकार सर एवं वीणा मेम , आपकी सुंदर और प्रशंसनात्मक प्रतिक्रिया हेतु बहुत धन्यवाद , सादर ।

    जवाब देंहटाएं
  5. सुंदर सार्थक भावपूर्ण रचना

    जवाब देंहटाएं
  6. आदरणीय अभिलाषा मेम , आपकी सुंदर और प्रशंसनात्मक प्रतिक्रिया हेतु बहुत धन्यवाद , सादर ।

    जवाब देंहटाएं

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