साथ तेरा लगे ऐसा
जैसे प्रभु की है कृपा .
मेरी दुनिया हुई
ख़ुशी के काबिल है
भटकती लहरों को
जैसे मिला साहिल है
सुकून में है अब तो
वक्त का हर लम्हा .
उदासी के बादल
अब हुये धूमिल है
चाँद सितारों सी
सजी महफ़िल है
अहसास में है अब तो
प्यारा सा लम्हा .
राह में अब तक
न हुई मुश्किल है
चाहा था जो वो
हुआ हासिल है
जिन्दगी से हमें अब
करने को रहा न गिला .
साथ तेरा लगे ऐसा
जैसे प्रभु की है कृपा .

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Clickhere to comment in hindi