जल उठे हैं घर घर दीप
रात्री अमावस्या
माह कार्तिक ।
जल उठे हैं घर घर दीप
रात्री अमावस्या
माह कार्तिक ।
समुद्र मंथन से
रतनों के बीच
प्रकट हुई माँ
लक्ष्मी धन प्रतीक
चरणों में उनके
झुकेंगे शीश
सुख समृद्धि का
पाने आशीष ।
श्री राम की हुई
रावण पर जीत
अधर्म अनाचार
विरुद्ध बने धर्म प्रतीक
चरणों में उनके
झुकेंगे शीश
आचरण से उनके
लेने सीख ।
नरकासुर राक्षस
का किये वध
सत्यभामा संग
भगवान श्रीकृष्ण
चरणों में उनके
झुकेंगे के शीश
गाने उनके महिमा
गीत ।
जल उठे हैं घर घर दीप
रात्री अमावस्या
माह कार्तिक ।
जल उठे हैं घर घर दीप
रात्री अमावस्या
माह कार्तिक ।
दीपावली की बहुत बहुत शुभकामनाएं एवं बधाइयाँ .
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