![]() |
इमेज गूगल साभार |
माँ की ऐसी कृपा हो गयी
सारी विपदा विदा हो गयी .
दर्द के जो थे जख़म
सब को मिल गया मरहम
कर माता रानी के स्मरण
दुखों की दवा हो गयी .
अभावों का रहा न मौसम
हालात रहे न विषम
नित मातारानी का पूजन
सुख की सदा हो गयी ।
मात खा रहे है दुश्मन
लहरा रहा है जीत का परचम
माता रानी के छूये है चरण
शतरुओं की अब आपदा हो गयी ।
माता रानी बैठी है आसन
भक्त सारे है प्रसन्न
करके माता रानी के दर्शन
दुनिया माँ की दया हो गयी ।
माँ की ऐसी कृपा हो गयी ।
सारी विपदा विदा हो गयी .
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Clickhere to comment in hindi