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बुधवार, 12 अप्रैल 2023

#हैसियतों के हिसाब से यहाँ #कायदा .

 

हैसियत

#हैसियतों के हिसाब से

बदलता है यहाँ #कायदा ,

मिलती ही उतनी ही #रियायतें ,

होता है #आदमी जितना बड़ा ।

 

सड़ता है जैल में वह तबका ,

खर्चा कानून का जो न दे सका ,

रसूख वालों के लिये तो ,

आधी रात भी दरवाजा  है खुला ।

 

उसे मिला एक छोटा रास्ता ,

जिसने दिया पैसा ज्यादा ,

वरना एक आम आदमी तो ,

बस लाइन में रहता लगा ।

 

गर गरीब का कपड़ा है फटा ,

तो उस पर जमाना है हंसा ,

पर अमीर ने कुछ ऐसा किया ,

तो वह फ़ैशन नया बना ।

 

अयोग्य भी पाता है  बड़ा ओहदा ,

गर पास है ज्यादा रोकड़ा ।

वरना छोटी सी नौकरी  के लिये ,

सामान्य जन जीवन देता है खपा ।

 

#हैसियतों के हिसाब से

बदलता है यहाँ #कायदा ,

मिलती ही उतनी ही #रियायतें ,

होता है #आदमी जितना बड़ा ।

5 टिप्‍पणियां:

  1. दुनिया की ऐसी स्थिति इसी वजह से है

    बढ़िया चित्रण

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. आदरणीय विभा मेम ,
      आपकी, उत्साहवर्धन करती बहुमूल्य प्रतिक्रिया हेतु बहुत धन्यवाद ।
      सादर ।

      हटाएं
  2. यही दुनिया की रीत है, इसलिए सभी का जीवन के स्तर को बढ़ाने का प्रयत्न जीवन भर चलता रहता है

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. आदरणीय अनिता मेम ,
      आपकी बहुमूल्य प्रतिक्रिया हेतु बहुत धन्यवाद ।।
      सादर ।

      हटाएं
  3. आदरणीय यादव सर,
    मेरी लिखी रचना ब्लॉग को "पांच लिंकों का आनन्द" पर शामिल करने के लिए बहुत धन्यवाद ।
    सादर ।

    जवाब देंहटाएं

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