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गुरुवार, 14 सितंबर 2023

कुछ #मन का हो जाये !

 


निकलो न आज घर से ,

न करो आज कोई काम ,

बस करके भोजन या जलपान ,

घर पर ही करो आराम ।


क्या मन में ऐसी चाह जगी,

जो हो जाये पूरी थोड़े से ही ,

न सोचो ज्यादा नफा #नुकसान ,

झट दे दो उसको अंजाम ।


बरस रही बारिश ,

और भीगने की हुई ख्वाइश ,

न सोचो सर्दी जुकाम ,

बूंदों से खेलो #खुलेआम ।


फुरसत की कोई एक शाम ,

लेटकर खुले आसमान ,

सोच कर किसी आकृति से ,

#बादलों से करें मिलान ।


जब याद आ जाये #बचपन ,

और खेलने का हो मन ,

तो भूलकर सारा बड़ापन ,

खूब मचाओ बच्चों संग #हुडदंग ।


छोड़ कर सारे काम ,

कभी पहुंचे #ईश्वर धाम ,

थोड़ा #योग और #ध्यान ,

जरा मन को दे आराम ।


कुछ #मन का हो जाये !

#हिंदी दिवस की ढेरों  शुभकामनायें।

2 टिप्‍पणियां:

  1. उत्तर
    1. आदरणीय पटेल मेम, आपकी सुंदर एवम बहुमूल्य प्रतिक्रिया हेतु बहुत धन्यवाद एवम आभार ।

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