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बड़ा ही #विशेष था #शुभ #मुहूर्त (#muhurt) ।
बड़ा ही विशेष था शुभ मुहूर्त कि जुड़ा था ये मन उनसे अटूट । धरा में थी हल्की भोर की धूप और बयार थे शीतलता से अभिभूत । करती निना...

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रोज सुबह आते दैनिक या साप्ताहिक अखबार हो , टीवी मैं चलने वाले नियमित कार्यक्रम हो या फिर रेडियो मैं चलने वाले प्रोग्राम हो या मोबाइल मैं आ...
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Image Google saabhar. एक दूजे के लिये #चांद से यह दुआ है ता उम्र , हो पल पल सुकून का और हर पल शुभ #शगुन । हो न कोई गलतफहमी न कोई उलझन, शांत ...
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#खता किस किस की मैं कब तक याद रखूं पता #खुशियों का मैं कब तक #नजरअंदाज रखूं । दिल में रश्क की मैं कब तक #आग रखूं खुशियों को अपने से मैं कब...
अनेक शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंबहुत धन्यबाद सर जी।
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