फ़ॉलोअर

बुधवार, 1 जून 2022

आप तो बड़े #माहिर हो !

इमेज गूगल साभार


आप तो बड़े #माहिर हो ,

#दिल चुराने में ।

बातों ही बातों में ,

अपना बनाने में ।


कभी आंखों से आंखों में ,

करके बातें ।

कभी मुस्कान पर मेरी ,

ग़ज़ल बनाकर ।

दिलों की महफ़िल सजाने में ।.......


प्रोफाइल पिक पर ,

तारीफों के कमेंट लगाकर ।

वाट्सअप चेट को सुबहों  शाम ,

सुन्दर शब्दों से सजाकर ।

सोशल मीडिया से लुभाने में ।.........


हमदर्दी के दो बोल से,

दर्दे गम घटाकर ।

हौसले भरे शब्दों से ,

लडने का हुनर सिखाकर ।

जीवन को नये रंग से सजाने में ।............


आप तो बड़े माहिर हो ,

दिल चुराने में ।

बातों ही बातों में ,

अपना बनाने में ।

16 टिप्‍पणियां:

  1. आपकी इस प्रविष्टि के लिंक की चर्चा कल शनिवार (03-06-2022) को चर्चा मंच      "दो जून की रोटी"   (चर्चा अंक- 4450)  (चर्चा अंक-4395)     पर भी होगी!
    --
    सूचना देने का उद्देश्य यह है कि आप उपरोक्त लिंक पर पधार कर चर्चा मंच के अंक का अवलोकन करे और अपनी मूल्यवान प्रतिक्रिया से अवगत करायें।
    -- 
    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
    डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'    

    जवाब देंहटाएं
  2. सोशल मीडिया पर जितना भ्रम में लोग पड़ते हैं उतना सारी जिंदगी में न पड़े हों । काल्पनिक सुखानुभूति ले खुश हैं ,अपने मन की सी बात कोई कह दे तो वो अपना सा लगने लगता है । और इस काम में आज सब माहिर हो गए हैं ।।

    जवाब देंहटाएं
  3. आपकी इस प्रविष्टि के लिंक की चर्चा कल शुक्रवार (03-06-2022) को चर्चा मंच      "दो जून की रोटी"   (चर्चा अंक- 4450)  (चर्चा अंक-4395)     पर भी होगी!
    --
    सूचना देने का उद्देश्य यह है कि आप उपरोक्त लिंक पर पधार कर चर्चा मंच के अंक का अवलोकन करे और अपनी मूल्यवान प्रतिक्रिया से अवगत करायें।
    -- 
    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
    डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'    

    जवाब देंहटाएं
  4. आदरणीय मयंक सर , मेरी इस प्रविष्टि के लिंक की चर्चा कल शनिवार (03-06-2022) को चर्चा मंच "दो जून की रोटी" (चर्चा अंक- 4450) (चर्चा अंक-4395) पर शामिल करने के लिए आपका बहुत धन्यवाद एवं आभार ।
    सादर ।

    जवाब देंहटाएं
  5. आदरणीय संगीता मेम , सही कहा आपने सोशल मीडिया के virtual प्रभाव में बड़ी जल्दी से आज के युवा आ रहे है ।
    आपकी बहुमूल्य प्रतिक्रिया हेतु बहुत धन्यवाद एवं आभार ।
    सादर ।

    जवाब देंहटाएं
  6. आप तो बड़े #माहिर हो ,

    #दिल चुराने में ।

    बातों ही बातों में ,

    अपना बनाने में ।
    दिल चुराने में माहिर रिश्ते निभाने में भी माहिर हो जायं तो बात बने...
    सुन्दर सृजन।

    जवाब देंहटाएं
  7. आदरणीय सुधा मेम , सही कहा आपने जिस तरह से रिश्ते बनते है वे उसी तरह ताउम्र प्रेम बने रहे तो बहुत ही अच्छा होगा।
    आपकी बहुमूल्य प्रतिक्रिया हेतु धन्यवाद एवं आभार । सादर ।

    जवाब देंहटाएं
  8. प्रेम की सुंदर कविता
    वाह

    जवाब देंहटाएं
  9. आदरणीय खरे सर , आपकी बहुमूल्य प्रतिक्रिया हेतु धन्यवाद एवं आभार । सादर ।

    जवाब देंहटाएं
  10. बहुत सुन्दर भावाभिव्यक्ति ।

    जवाब देंहटाएं
  11. आदरणीय मीणा मेम एवं विभा मेम , आपकी बहुमूल्य प्रतिक्रिया हेतु धन्यवाद एवं आभार । सादर ।

    जवाब देंहटाएं
  12. आदरणीय रवि सर , आपकी बहुमूल्य प्रतिक्रिया हेतु धन्यवाद एवं आभार । सादर ।

    जवाब देंहटाएं
  13. बहुत सुंदर अभिव्यक्ति।

    जवाब देंहटाएं
  14. आदरणीय ज्योति मेम , आपकी बहुमूल्य प्रतिक्रिया हेतु धन्यवाद एवं आभार । सादर ।

    जवाब देंहटाएं

Clickhere to comment in hindi

लो बीत गया एक और #साल !

# फुर्सत मिली न मुझे अपने ही काम से लो बीत  गया एक और # साल फिर मेरे # मकान से ।   सोचा था इस साल अरमानों की गलेगी दाल , जीवन...