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शुक्रवार, 7 जनवरी 2022

#सर्द शाम #चाय की #चुस्कियों में खो जाते हैं !



सर्द शाम चाय की चुस्कियों में खो जाते हैं ।

चलो अपनों संग छोटी सी महफ़िल सजाते हैं ।


चायपत्ती का वो हल्का सा नशीला  रुआब है,

अदरक का गले को सहलाता वो तीखा अंदाज है,

उस पर  शक्कर सी बातों  का मीठा लिहाज है ,

चलो यूं ही तपिश के सुकु लिबास में घिर जाते हैं।......


गर्म चुस्कियों भरी प्याले और ओठों की  बातें हैं,

गर्माहट भरे रिश्तों के अहसास और दिलासे हैं,

हर एक गर्म चुस्कियां से ओठों की तपन बढ़ाते हैं,

चलो तपन की सहूलियत से तबीयत में राहत पाते हैं ।.....


छलक न जाए मिठास से भरे चाय के प्याले ,

रिश्तों की गर्माहट को सर्द हवाओं से संभाले ,

होती रहे प्याले और ओंठों की हंसी मुलाकातें हैं ,

चलो चाय की चुस्कियों में ऐसे कई लम्हे बिताते हैं ।.....


सर्द शाम चाय की चुस्कियों में खो जाते हैं ।

चलो अपनों संग छोटी सी महफ़िल सजाते हैं ।

सुनने के लिए कृपया क्लिक करें ।

11 टिप्‍पणियां:

  1. जी नमस्ते ,
    आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार(०८-०१ -२०२२ ) को
    'मौसम सारे अच्छे थे'(चर्चा अंक-४३०३)
    पर भी होगी।
    आप भी सादर आमंत्रित है।
    सादर

    जवाब देंहटाएं
  2. शुभ प्रभात आदरणीय ,
    मेरी प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा आज शनिवार(०८-०१ -२०२२ ) को
    'मौसम सारे अच्छे थे'(चर्चा अंक-४३०३) पर शामिल करने के लिए
    बहुत धन्यवाद और आभार ।
    सादर ।

    जवाब देंहटाएं
  3. वाह! सर्दियों में अदरक वाली चाय की महिमा को बखानती सुंदर रचना

    जवाब देंहटाएं
  4. वाह! चाय की मीठी चुस्कियों जैसी सुंदर मीठी रचना 🌷🙏🌷

    जवाब देंहटाएं
  5. आदरणीय अनीता मेम एवं शरद मेम ,
    आपकी चाय की चुस्किया जैसी मीठी और बहुमूल्य प्रतिक्रिया हेतु बहुत धन्यवाद एवं आभार।
    सादर ।

    जवाब देंहटाएं
  6. आदरणीय सरिता मेम ,
    आपकी अच्छी और बहुमूल्य प्रतिक्रिया हेतु बहुत धन्यवाद एवं आभार।
    सादर ।

    जवाब देंहटाएं
  7. वाह क्या खूब कहा!!
    मिठास से भरी बहुत ही प्यारी रचना 😍😍

    जवाब देंहटाएं
  8. आदरणीय मनीषा मेम ,
    आपकी अच्छी और बहुमूल्य प्रतिक्रिया हेतु बहुत धन्यवाद एवं आभार।
    सादर ।

    जवाब देंहटाएं
  9. आदरणीय विकास सर,
    आपकी सुन्दर सी बहुमूल्य प्रतिक्रिया हेतु बहुत धन्यवाद एवं आभार।
    सादर ।

    जवाब देंहटाएं

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