फ़ॉलोअर

मंगलवार, 15 अप्रैल 2008

अपनी विफलता से जनता का ध्यान हटाने का प्रयास !

हाल ही मैं कांग्रेस पार्टी के कुछ नेताओ ने राहुल गाँधी के प्रधान मंत्री बनने के शागुफे को छेड़कर देश की मुख्य समस्या को सुलझाने मैं हाथ लगी असफलता से लोगों का ध्यान बाटने का एक प्रयास नजर आता है । नही तो क्या वजह थी की इस समय अचानक प्रधान मंत्री बनने की बात को छेड़ा गया है । अभी तक सरकार देश के परमाणु करार के विवाद सहित अन्य देश की प्रमुख समस्यायों को सुलझाने मैं तो असफल रही है , और अब बढ़ती हुई मंहगाई को रोकने मैं अपने आप को सरकार असहाय सी महसूस कर रही है । उसके अपने घटक दल ही अब इस बढ़ती मंहगाई को लेकर सरकार को घेरने मैं लगे हैं और कुछ घटक दल पहले की तरह विरोध करने का नाटक कर रहे हैं । नजदीक आते लोकसभा के चुनाव के कारण , सरकार और सरकार मैं बैठे जनता के नुमाइंदे की छट पटा हट उनके कुछ बेसिर पैर के बयानों से जाहिर होती है , जैसे की एक केंद्रीय मंत्री बढ़ती मंहगाई के लिए गरीबों द्वारा दो वक़्त का खाना खाया जाना बताया जा रहा है तो कुछ इसे अन्तर राष्ट्रीय स्तर से जोड़ कर बता रहे है । इस प्रकार के दुर्भाग्य पूर्ण बयानों से आम जनता के प्रति इनकी सोच प्रदर्शित होती है तथा वे जनता को नासमझ समझते है ।
जनता का सरकार से मोह भंग होते चला है , ऐसे मैं जनता का ध्यान इन समस्यायों से हटाने के लिए एक भावनात्मक मुद्दा का राग अलापा जा रहा है । हो सकता है जनता मंहगाई जैसी समस्या को इस मुद्दे से भुलाने की कोशिश करे , किंतु ऐसा प्रतीत नही होता है की इस बात से जनता बहलने वाली है । नजदीक आते चुनाव मैं जनता अपने वोट रुपी डंडा घुमाकर चमत्कार करने का माद्दा तो रखती है । अब तो यह वक़्त ही बताएगा ।

4 टिप्‍पणियां:

  1. आपकी इस बात से में पूरी तरह सहमत हूँ कि राहुल गाँधी को प्रधान मंत्री बनाने का शगूफा जनता का ध्यान कांग्रेस सरकार की नाकामयाबी से हटाने के लिए शुरू किया गया है. यह सरकार हर शेत्र मैं नाकामयाब रही है. देश को राजनितिक तौर पर भी कमजोर कर दिया है. अब कोई कार्यक्रम तो है नहीं इस के पास. इसलिए राहुल राहुल चिल्ला कर जनता की समस्याओं को मीडिया से हटाओ.

    जवाब देंहटाएं
  2. लेकिन जनता पहले से काफ़ी चालाक हो गयी है. झांसे में आनेवाली नहीं.

    जवाब देंहटाएं
  3. aap sabhi mahanubhav ki pratikriya se pata chalta hai ki ham aur hamare log chal rahe natak ko samaj aur jaan rahe hai. lagta hai aane wala samay netao ke liye bhaari padne wala hai .
    abhivyakti padhne aur pratikriya dene ke liye bahut bahut dhanyavad .

    जवाब देंहटाएं

Clickhere to comment in hindi

नील लगे न पिचकरी, #रंग चोखा आये ,

  नील लगे न #पिचकरी, #रंग चोखा आये , कीचड का गड्डा देखकर , उसमें दियो डुबाये .   ऊंट पर टांग धरन की , फितरत में श्रीमान , मुंह के बल...