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बुधवार, 5 सितंबर 2018

जब भिन्न रूपों में गुरुओं का हो वरद हाथ ।

जब भिन्न रूपों में गुरुओं का हो वरद हाथ ।

जीवन में लक्ष्यों का है  अनंत आकाश ।
जिन्हें बाँहों में समेटने का अथक प्रयास ।
जब भिन्न रूपों में गुरुओं का हो वरद हाथ ।
प्रथम गुरु माता पिता का हो  आशीर्वाद ।
दूजा गुरुओं के ज्ञान का हो चिर प्रकाश ।
भाई बहिन व् अपनों की सबक और डांट।
जीवन संगिनी का हर पल साथ व विश्वास ।
दोस्तों व सहकर्मियों का सहयोग भरा साथ ।
हर पल प्रेरणा  देती यह प्रकृति अनायास ।
मेरे प्रिय छात्रों की प्रश्न जिज्ञासा का अर्थात ।
सभी के मार्गदर्शन ने जीवन दिया है तराश ।
जीवन को मिला खुशियों का अनंत आकाश ।
सभी गुरुओं को शत शत 'दीप' नमन है आज ।
शिक्षक दिवस की शुभकामनायें एवं बधाइयाँ ।

4 टिप्‍पणियां:

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