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बुधवार, 28 जून 2023

#भीगकर तुमने #बारिश में ...

इमेज गूगल साभार

#भीगकर तुमने #बारिश में ,

बूंदों पर एक #अहसान किया |

खुशकिस्मत थी वो बूंदें ,

जिसने था तुम्हें छुआ ।


बहकी #बहकी थी वो बूंदें ,

जिसने तुम्हारे लव को चूमे ,

कुछ #केशों में जा थी अटकी,

जिसने चाहा संगत लंबी ।


जो बूंदें थी नीचे जा गिरी ,

वो अभी तक #मदहोश पड़ी ,

कुछ बाहों में सिमटी सिमटी,

#किस्मत थी अच्छी जिनकी ।


हवा का एक झोंका आया ,

सब बूंदों को होश में लाया ,

बूंदों ने लो तुम्हें किया विदा ,

कहकर #तहदिल से #शुक्रिया ।


भीगकर तुमने बारिश में ,

बूंदों पर जो अहसान किया l

              ***"दीप"क  कुमार भानरे ***

मंगलवार, 20 जून 2023

#टुकड़े टुकड़े में होना #खतम नहीं ....



मत मानो इतनी आसानी से #हार ,

चाहे #परिस्थिति हो कितनी भी #बेकार ।


छटपटाओ, चीखों चिल्लाओ ,

हाथ में जो आए वो उठाओ ,

मौका मिलते ही करो तगड़ा वार ,

मत मानो इतनी आसानी से हार ........


ढूंढो,  पता लगाओ #असलियत ,

गर #दोस्ती का हाथ बढ़ाए कोई #शख्सियत ,

इतने जल्दी न घुल मिल जाओ यार ,

मत मानो इतनी आसानी से हार ........


बताओ, बात करो #घरवालों से ,

मत भागो मन के उलझे #सवालों से ,

किसी के लिए मत छोड़ो यूं घर वार ,

मत मानो इतनी आसानी से हार ........


बनाओ खुद को #मजबूत और ताकतवर,

सीखो #आत्मरक्षा के उपाय और गुर,

ताकि कर सको #दुष्टों पर जमकर वार ,

मत मानो इतनी आसानी से हार ........


टुकड़े टुकड़े में होना #खतम नहीं ,

#सूटकेश, #फ्रिज में होना #दफन नहीं ,

बनना नहीं अब और कोई शिकार ,

मत मानो इतनी आसानी से हार ........

सोमवार, 19 जून 2023

मत मानो इतनी आसानी से हार ........



मत मानो इतनी आसानी से #हार ,

चाहे #परिस्थिति हो कितनी भी #बेकार ।


छटपटाओ, चीखों चिल्लाओ ,

हाथ में जो आए वो उठाओ ,

मौका मिलते ही करो तगड़ा वार ,

मत मानो इतनी आसानी से हार ........


ढूंढो,  पता लगाओ #असलियत ,

गर #दोस्ती का हाथ बढ़ाए कोई #शख्सियत ,

इतने जल्दी न घुल मिल जाओ यार ,

मत मानो इतनी आसानी से हार ........


बताओ, बात करो #घरवालों से ,

मत भागो मन के उलझे #सवालों से ,

किसी के लिए मत छोड़ो यूं घर वार ,

मत मानो इतनी आसानी से हार ........


बनाओ खुद को #मजबूत और ताकतवर,

सीखो #आत्मरक्षा के उपाय और गुर,

ताकि कर सको #दुष्टों पर जमकर वार ,

मत मानो इतनी आसानी से हार ........


टुकड़े टुकड़े में होना #खतम नहीं ,

#सूटकेश, #फ्रिज में होना #दफन नहीं ,

बनना नहीं अब और कोई शिकार ,

मत मानो इतनी आसानी से हार ........

लो बीत गया एक और #साल !

# फुर्सत मिली न मुझे अपने ही काम से लो बीत  गया एक और # साल फिर मेरे # मकान से ।   सोचा था इस साल अरमानों की गलेगी दाल , जीवन...