सरल है अविरल है ,
स्नेह से कलकल है ,
मन पवित्र और निर्मल है ,
मां का ममतामयी आंचल है ।
शत्रु में दहल है ,
विपदा भी विफल है,
हर मुश्किल का हल है,
जब मां का सानिध्य प्रबल है ।
नभ और जल थल है ,
चारों दिशाओं का दल है ,
यह ब्रम्हांड सकल है ,
मां के जयकारे की हलचल है ।
खुशियां पल पल है ,
समृद्धि भी अटल है ,
सबका बस मंगल है ,
सब मां की कृपा का फल है ।
💐🙏जय माता दी ।🙏 💐