यूं न #उलझा करो मुझसे एक दिन पछताओगे ।
देखना किसी दिन #दिल अपना मेरे हवाले कर जाओगे ।
ढूंढते हो मुझसे बार बार मिलने के बहाने ,
बनाते हो गलियों को मेरी अपने ठिकाने ,
देखना इन्हीं ठिकानों पर दिल अपना अटका पाओगे ।
मिलाते हो नज़रें मुझसे कितने दफा न जाने ,
आते ही करीब मेरे बार बार मदद के बहाने ,
देखना इन्हीं दफाओं में खुद को उलझा पाओगे ।
करते रहते हो तारीफ मेरी यूं ही मुझे रिझाने ,
लाते हो बार बार नजराने मेरी मुस्कुराहटें पाने ,
देखना इन सुकुनों में खुद को बे सुकून पाओगे ।
लड़ जाते हो किसी से भी बिना कोई बात जाने,
आ जाते हो कभी भी मेरी जिम्मेदारियां उठाने ,
देखना किसी दिन खुद मेरी जिम्मेदारी बन जाओगे ।
ये दिल भी लगा है अब तो तुम्हारे ख्वाब सजाने,
ढूंढने लगे है अब तो मिलने के बहाने ,
ये बताओ दिल दीप अपना कब मेरे नाम कर जाओगे ।
यूं न उलझा करो मुझसे एक दिन पछताओगे ।
देखना किसी दिन दिल अपना मेरे हवाले कर जाओगे ।