फ़ॉलोअर

रविवार, 21 नवंबर 2021

मेरा हुनर मुझे सीढ़ियों से गिरने नहीं देता !



मेरा हुनर मुझे सीढ़ियों से गिरने नहीं देता । 

परेशानियां के बाज़ार में उतरने नहीं देता ।

माना कि लाख चुनौतियां है जीवन में ,

फिर भी मुझे टूटकर बिखरने नहीं देता ।


आया है कुछ हुनर अपनों संग हाथ बटा कर ,

तो पाया है बहुत कुछ  हुनरमंद को गुरु बनाकर ,

जो मिला उसको कई दफा आजमाया है ,

अब तो सामने मेरे नाकामियों को संवरने नहीं देता ।

मेरा हुनर मुझे..…......


पाया है साजो सामान जीने का अपने दम पर ,

हुई है आसान हर  राहें रुकावटें को कम कर ,

आती नहीं नौबत हाथ फैलाने की जीवन में ,

अब तो नज़रों में दूसरों की खुद को उतरने नहीं देता । 

मेरा हुनर मुझे..….....


कुछ इस तरह से हुनर ने परिपक्व बनाया है ,

अब तो हर मुसीबतों को हौसलों ने हराया है ,

चाहे आ जाये कितनी ही  रुकावटें दीप जीवन में ,

पर जीवन की रफ्तार को जरा भी ठहरने नहीं देता । 

मेरा हुनर मुझे..…......


मेरा हुनर मुझे सीढ़ियों से गिरने नहीं देता । 

परेशानियां के बाज़ार में उतरने नहीं देता ।

माना कि लाख चुनौतियां है जीवन में ,

फिर भी मुझे टूटकर बिखरने नहीं देता ।

Facebook Link

https://www.facebook.com/1524713766/posts/10226954990530466/?app=fbl

सुनने के लिए (पॉडकास्ट)

https://anchor.fm/deepak-kumar-bhanre2/episodes/ep-e1ajvsv

13 टिप्‍पणियां:

  1. इंसान में हुनर होना सबसे बड़ी सफलता है हुनर कोई भी हो वाकई जीवन में बहुत काम आता है...
    हुनरमंद बनो इसी लिए कहा गया है..
    बहुत ही सुन्दर सृजन।

    जवाब देंहटाएं
  2. आपकी इस प्रविष्टि के लिंक की चर्चा कल सोमवार (22-11-2021) को चर्चा मंच         "म्हारी लाडेसर"    (चर्चा अंक4256)     पर भी होगी!
    --
    सूचना देने का उद्देश्य यह है कि आप उपरोक्त लिंक पर पधार करचर्चा मंच के अंक का अवलोकन करे और अपनी मूल्यवान प्रतिक्रिया से अवगत करायें।
    -- 
    हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
    डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'   

    जवाब देंहटाएं
  3. आदरणीय सुधा मेम, आपकी बहुमूल्य प्रतिक्रिया हेतु बहुत धन्यवाद ।

    जवाब देंहटाएं
  4. आदरणीय शास्त्री सर, इस प्रविष्टि के लिंक की चर्चा कल सोमवार (22-11-2021) को चर्चा मंच "म्हारी लाडेसर" (चर्चा अंक4256) पर करने के लिए बहुत धन्यवाद और आभार ।

    जवाब देंहटाएं
  5. वाह ! इस हुनर को बनाए रखें और दूसरों को भी सिखाएँ

    जवाब देंहटाएं
  6. बहुत धन्यवाद मनीषा मेम एवं अनीता मेम , आपकी बहुमूल्य प्रतिक्रिया हेतु ।

    जवाब देंहटाएं

  7. मेरा हुनर मुझे सीढ़ियों से गिरने नहीं देता ।

    परेशानियां के बाज़ार में उतरने नहीं देता ।

    माना कि लाख चुनौतियां है जीवन में ,

    फिर भी मुझे टूटकर बिखरने नहीं देता... वाह!लाज़वाब सर।
    बेहतरीन सृजन।
    सादर

    जवाब देंहटाएं
  8. आदरणीय अनीता मेम , आपकी उत्साह वर्धक और बहुमूल्य टिप्पणी हेतु बहुत धन्यवाद जी ।

    जवाब देंहटाएं
  9. बहुत सुंदर अभिव्यक्ति दीपक भाई👏👏👏

    जवाब देंहटाएं
  10. आदरणीय रवि दादा , आपकी बहुमूल्य प्रतिक्रिया हेतु बहुत धन्यवाद ।
    सादर ।

    जवाब देंहटाएं
  11. गीत की शिली में लिखी भाव पूर्ण रचना है दीपक जी ,...
    बहुत शुभकामनायें ...

    जवाब देंहटाएं
  12. आदरणीय नासवा सर , आपकी बहुमूल्य प्रतिक्रिया और शुभकामनायें हेतु बहुत धन्यवाद ।
    सादर ।

    जवाब देंहटाएं

Clickhere to comment in hindi

#फुर्सत मिली न मुझे !

# फुर्सत मिली न मुझे अपने ही काम से लो बीत  गया एक और # साल फिर मेरे # मकान से ।   सोचा था इस साल अरमानों की गलेगी दाल , जीवन...