गर कहीं कुछ सुलग रहा है ,
तो उसे हवा दो या बुझा दो ।
यूं ही बेपरवाह न छोड़े #चिंगारी को ,
पर उसे उसका सबब बता दो ।
जो राहों में तुम्हारे,
बन बाधा खड़ी है डटकर ,
उस डालकर ठंडा पानी ,
एक बुझी राख बना दो ।
गर सुलग रही है ,
किसी अच्छे काम की ज्वाला बनकर ,
इसे डालकर और घी ,
दहकते शोलों का अंगारा बना दो ।
यूं बेपरवाह न छोड़ो किसी चिंगारी को ,
उसे उसका सबब बता दो ।
गर सुलग रहा है कहीं कुछ ,
तो उसे हवा दो या बुझा दो ।