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Image गूगल साभार |
इन दो #आंखों से ,
बस इतना ही किया करते हैं ,
जितना दिल किया,
उनका #दीदार किया करते हैं ।
वो रोक तो सकते नहीं हैं ,
चाहे देखा करें उनके ही सपने हैं,
या दीदार करें उनके ही कितने हैं,
जितना है बस में देख उतना,
दिल को तसल्ली से भरा करते हैं ।
वो हमें भले ही देखा न करें ,
हो हम अभी उनके मन से परे,
हो सकता है हम नजरों में उनकी खलते हैं ,
पर जब भी वो सामने आते हैं,
उनकी नजरों से हम तो उलझा किया करते हैं ।
आयेगा एक दिन ऐसा काश ,
जब वो होंगे सदा मेरे पास ,
ऐसे खयाल अब दिल में मचलते हैं ,
दीप इन ख्वाहिशों के जला,
अब तो दिन रात लिये फिरते हैं ।
इन दो आंखों से ,
बस इतना ही किया करते हैं ,
जितना दिल किया,
उनका दीदार किया करते हैं ।