फ़ॉलोअर

रविवार, 19 जनवरी 2025

#कुंभ का शुभ स्नान ।

 


भाग्य का #उदय है
जीवन का है उत्थान
#मोक्ष का पावन द्वार है
#कुंभ का शुभ स्नान ।

#गंगा जमुना सरस्वती
#संगम का है धाम
#पापों से #मुक्ति मिले
मिले #पुण्य परिणाम ।

#अमृत कुंभ प्रकट हुआ
समुद्र मंथन दौरान
#बूंद अमृत गिरी यहां
देव असुर #संग्राम ।

यहां न कोई भिन्न रहा
सब #सनातनी एक संतान
कुंभ के पावन समागम से
धन्य हुआ #हिंद स्थान ।

भाग्य का उदय है
जीवन का है उत्थान
मोक्ष का पावन द्वार है
कुंभ का शुभ स्नान ।

 

3 टिप्‍पणियां:

  1. आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों के आनन्द में शनिवार 25 जनवरी 2025 को लिंक की जाएगी .... http://halchalwith5links.blogspot.in पर आप भी आइएगा ... धन्यवाद!

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. आदरणीय सर ,
      मेरी रचना "कुंभ का स्नान " को इस गरिमामय मंच में स्थान देने हेतु बहुत धन्यवाद एवं आभार ।
      गणतंत्र दिवस की बहुत बधाइयां ।

      हटाएं

Clickhere to comment in hindi

हमारे न होने का #अहसास वो करते हैं !

  हमारे न होने का #अहसास वो करते हैं किसी #महफिल का जब वो #आगाज करते हैं । छोड़ देते है एक जगह मेरे नाम के पैमाने की पूछते हैं बार बार वजह य...