भाग्य का #उदय है
जीवन का है उत्थान
#मोक्ष का पावन द्वार है
#कुंभ का शुभ स्नान ।
#गंगा जमुना सरस्वती
#संगम का है धाम
#पापों से #मुक्ति मिले
मिले #पुण्य परिणाम ।
#अमृत कुंभ प्रकट हुआ
समुद्र मंथन दौरान
#बूंद अमृत गिरी यहां
देव असुर #संग्राम ।
यहां न कोई भिन्न रहा
सब #सनातनी एक संतान
कुंभ के पावन समागम से
धन्य हुआ #हिंद स्थान ।
भाग्य का उदय है
जीवन का है उत्थान
मोक्ष का पावन द्वार है
कुंभ का शुभ स्नान ।
आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों के आनन्द में शनिवार 25 जनवरी 2025 को लिंक की जाएगी .... http://halchalwith5links.blogspot.in पर आप भी आइएगा ... धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंआदरणीय सर ,
हटाएंमेरी रचना "कुंभ का स्नान " को इस गरिमामय मंच में स्थान देने हेतु बहुत धन्यवाद एवं आभार ।
गणतंत्र दिवस की बहुत बधाइयां ।
सुन्दर
जवाब देंहटाएं