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#कान्हा ने अवतार लियो,
#वासुदेव देवकी ने जन्मदियो ,
नंद #यशोदा ने लालन कियो,
बाल लीलाओं से अपनी
#गोकुल का मन मोह लियो।
#कन्हैया ने माखन खाया ,
बाल सखा संग धूम मचाया ,
कालिया नाग का मर्दन कर ,
यमुना जी को मुक्त कराया ।
#मोहन ने जब बांसुरी बजाई ,
गोपियों संग रास रचाई ,
सुध बुध सबकी बिसराई ,
दौड़े दौड़े राधा जी आई ।
#श्रीकृष्ण जब पहुंचे रणक्षेत्र ,
अर्जुन को दिया गीता उपदेश ,
सत्य और धर्म के रक्षार्थ ,
अपना पराया कुछ न देख ।
#केशव ने शस्त्र उठाया ,
पापियों से धरती मुक्त कराया,
शिशुपाल, कंश का करके बध,
धर्म ध्वजा लोकहित में फहराया ।
हाथी घोड़ा पाल की जय कन्हैया लाल की ।
श्रीकृष्णा #जन्माष्टमी की बहुत बधाइयां एवम शुभकामनाएं ।
जय श्रीकृष्णा।
बहुत सुंदर शब्द चित्र।
जवाब देंहटाएंश्रीकृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएँ।
आदरणीय रविन्द्र सर,
जवाब देंहटाएंनमस्ते,
मेरी इस अभिव्यक्ति की चर्चा आज के अंक 'अपनी शीतल छाँव में, बंशी रहा तलाश' (चर्चा अंक 4526) पर शामिल करने के लिए बहुत धन्यवाद एवम आभार । सादर ।
आदरणीय अनीता मेम,
जवाब देंहटाएंआपकी प्रशंसा युक्त बहुमूल्य प्रतिक्रिया हेतु बहुत धन्यवाद एवम आभार । सादर ।
कृष्ण जी का चारित्रिक गुणगाण करता बहुत ही सुन्दर सृजन आदरणीय 🙏
जवाब देंहटाएंआदरणीय कामिनी मेम,
जवाब देंहटाएंआपकी प्रशंसा युक्त बहुमूल्य प्रतिक्रिया हेतु बहुत धन्यवाद एवम आभार । सादर ।