शक्ति और संयम का संगम ,
ममता और स्नेह का दामन ,
राधा सीता और है मरियम ,
करती तन और मन समर्पण ,
ताकि दुनिया को मिले पूरापन ।
एक हाथ में बेलन है तो ,
एक हाथ में है तलवार ,
जल थल नभ में धूम मचाती ,
हर चुनौती से लड़ने को तैयार ,
ताकि दुनिया को दे सके पूर्ण आधार ।
इश्वर भी होते है अधूरे ,
पूजा भी नहीं होती पूरी ,
जिन से पाए प्रकृति विस्तार ,
उनके कदम से कदम मिलाकर,
दुनिया को मिला पूरा आकार ।
Happy womens day.
बहुत सुन्दर।
जवाब देंहटाएंअन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।
बहुत सुन्दर।
जवाब देंहटाएंअन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।
आपकी बहुमूल्य प्रतिक्रिया हेतु बहुत धन्यवाद सर ।
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत सराहनीय रचना
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