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पल पल की यह खूबी है ,
जिसमें चल रही सांसे बखूबी है ,
मिल रही जीवन को गति भी है ,
और साथ हर पल #प्रभुजी भी है ।
पल पल की यह खूबी है ,
आंखें बंद और खुली भी है ,
जिससे सृष्टि देख खुशी भी है ,
जो प्रभु जी ने रची भी है ।
हर पल की यह खूबी है ,
वर्तमान भविष्य की पूंजी है ,
गर बूंद बूंद उपयोग की भीi है ,
तो प्रभु भी हर पल सहयोगी है ।
पल पल की यह खूबी है ,
गर संयम और समझ की सूझी है ,
तो मुश्किलों की हर नैया डूबी है ,
और प्रभु का साथ बखूबी है ।
पल पल की यह खूबी है ,
जीने की मिली खुश नसीबी है ,
बीते पल पल हंसी खुशी भी है ,
जो प्रभु कृपा बारिश से भीगी है ।
जी नमस्ते ,
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल सोमवार(२६-०९ -२०२२ ) को 'तू हमेशा दिल में रहती है'(चर्चा-अंक -४५६३) पर भी होगी।
आप भी सादर आमंत्रित है।
सादर
वाह.बहुत खूब
जवाब देंहटाएंकर्मशीलता तो जरूरी है, प्रभुजी भी कर्मवीरों के साथ होते हैं ।
जवाब देंहटाएंसुंदर सृजन।
आदरणीय अनीता मेम ,
जवाब देंहटाएंमेरी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा सोमवार(२६-०९ -२०२२ ) को 'तू हमेशा दिल में रहती है'(चर्चा-अंक -४५६३) पर शामिल करने के लिए बहुत धन्यवाद एवं आभार ।
सादर
आदरणीय ओंकार सर एवं वीणा मेम , आपकी सुंदर और प्रशंसनात्मक प्रतिक्रिया हेतु बहुत धन्यवाद , सादर ।
जवाब देंहटाएंसुंदर सार्थक भावपूर्ण रचना
जवाब देंहटाएंआदरणीय अभिलाषा मेम , आपकी सुंदर और प्रशंसनात्मक प्रतिक्रिया हेतु बहुत धन्यवाद , सादर ।
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